तब प्रेमी भक्तों को आवेश आया उस समय के वर्तमान राष्ट्रपति , प्रधानमंत्री ,गृहमंत्री ,वनमंत्री ,वनसचिव ,मुख्यसचिव , मुख्यमंत्री ,मुख्यवनसंरक्षक , आदि आदि लोगो के नाम मेजरनामा भेजा गया और सह आयोग में सिफारिश की गयी | तत्पश्चात केंद्र में जनता सरकार आई तब वनमंत्री श्री चन्दजी पूर्व स्वस्थ्य मंत्री प्रताप भैय्या , प्रधान श्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल पूर्व प्रधान खीमानन्द दुमका आदि लोगो ने कुटिया के समर्थन में अपना सहयोग दिया | उधर पुराने वन अधिकारीयों का ट्रान्सफर होकर नए वन अधिकारी आड़ीसनल  चीफ माथुर साहब आये , जिन्होंने ३ एकड़ भूमि आश्रम के लिए स्वीकृत की |


 

क्योंकि महात्मा जी का एक सेवक तारा दत्त , देवेश कुमार दुबे उर्फ़ (दुबे) ये लोग कुटिया पर जमे रहे |तब १९७७ में पुन: आश्रम का निर्माण किया गया | जिसमे विशेष सहयोगी पूर्व विधायक श्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल जी , श्री शेर सिंह खत्री जी ,कुशल सिंह जी (अध्यापक) , माधो सिंह जग्गी  ,हरक सिंह जग्गी (अध्यापक) , बच्ची सिंह खत्री (अध्यापक) ,जीत सिंह जग्गी ,पान सिंह खत्री ,वीर सिंह खत्री  , पार्वती देवी , हंसी देवी , पनुली देवी , कमला जग्गी , रूप सिंह जग्गी , बिन्दुखेड़ा , हल्दुचोड़ वाले रूप सिंह जग्गी , जीत सिंह जग्गी अन्य पुराना बिन्दुखत्ता वासियों के सहयोग से आश्रम की पुन: स्थापना हुई |


 

जिसकी वजह से एक माघ मेले का आयोजन किया गया | जिसमे श्री मद भागवत महापुरानो का यज्ञ हुआ | तब १९८२ में श्री माँ राजेश्वरी देवी , श्री सतपाल जी महाराज , श्री भोले जी महाराज , श्री मंगला माता जी , श्री अमृता माताजी सभी दिव्य विभूतियों के आश्रम में चरण पड़े | उस समय श्री सतपाल जी महाराज ने चारों तरफ देखकर कहा कि यह सिद्ध भूमि है  | यह परमसंत श्री सदगुरु देव श्री हंस जी महाराज व माँ राजेश्वरी देवी जी का चमत्कार हुआ |उन्होंने इस का नाम बैकुंठधाम रखा | श्री माताजी ने अपने श्री मुख से कहा ये आश्रम एक दिन संसार के प्रेरणा , उपासना एवं भक्ति का स्थल बनेगा तभी से आश्रम बिन्दुखत्ता का विकास आरम्भ हुआ |


 

बिन्दुखत्ता बसने में जिनका विशेष सहयोग रहा पूर्व मुख्य मंत्री नारायण दत्त तिवारी जी , पूर्व विधायक श्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल जी व हमारा अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग रहा आश्रम निर्माण में जिन लोगो का महँ योगदान रहा है उन में सर्व श्री नारायण दत्त तिवारी जी की प्रेरणा पूर्व बिधायक हरीश चन्द्र दुर्गापाल जी का अथक प्रयास व लगन निर्माण सहयोग प्रो. आर. पी. श्रीवास्तव व प्रो. सरिता श्रीवास्तव , गजराज सिंह मेरठ , गणेश सिंह नयाल , देवेन्द्र सिंह राणा , दामोदर तिवारी , ललिता प्रसाद , लक्ष्मी दत्त भट्ट , हल्दुचोड़ , शेर सिंह खत्री , माधव सिंह जग्गी  , हरक सिंह जग्गी , पूर्व प्रधान अध्यापक पान सिंह जग्गी हल्दुचोड़ , बच्ची सिंह खत्री , कुशल सिंह जग्गी , जीत सिंह जग्गी , कृष्ण कुमार नयाल ,पान सिंह खत्री , खीमानन्द दुमका , श्री गुलाब राय इंचार्ज , विमल कुमार दुबे सामान्य सहयोग लीला गोस्वामी |


Picture
Picture